Baquit aur Halat Kitab jindagi ki जिंदगी के किताब के सारे पन्ने आप नहीं लिखते। कुछ पन्नों पर वक्त और हालात का कब्जा रहता है। बस जो भी लिखे जा…
Read moreअपने मैं से पुछिए Khudara na puchiya सबके है ठीक हाल, सब ठीक -ठाक है। सही है या गलत ये बात, खुदारा दुबारा ना पुछिए। हम बेरहम सही, मगर ये महफूज…
Read moreमु़आफी मांगना बाकी है बिखरे सामानों को संभालने वक्त तो लगता है दिवाली की सफाई में घर में मिली कुछ वस्तुएं। सबसे प्यारा था कुछ टूटी फूटी…
Read moreभ्रमित मन मेरा और भ्रमित हो जाता भ्रमित मन मेरा हद हो गई छः वर्ष लग गए खत पहुंचने में। छः साल बाद आई चिट्ठी मेरे नाम की। थोड़ा गम थोड़ी खुश…
Read moreप्रेम भाव का भूखा है प्रेम को देखने का नजरिया बदल जाए। जिसका कोई छोड़ कभी ना रहा है ना रहेगा। प्रेम करने का कोई विधान ना रहा है और ना रहेगा। पूरी…
Read moreऐ हवा तू उधर जाना तो मुझपर एक एहसान कर आना। मेरे दिल की चाहत रूबरू होकर उनको बता आना। चाहती हूं कितना उन्हें जाकर तुम ही बता आना। दिल में है वो मैं …
Read moreभूलने की हिदायत के बवजूद तुमको ही पुकारा था। भावना में बहकर तुमको ही दे डाला था दुनिया के भीड़ में दिल कुछ इस तरह घायल हुआ। तन्हाई में रहकर मुझे ख़ुद…
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